मेखला चादर: असम की पारंपरिक पोशाक का अद्वितीय प्रतीक
असम, भारत का एक पूर्वोत्तर राज्य, अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और विविधता के लिए प्रसिद्ध है। इस सांस्कृतिक विविधता का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है “मेखला चादर“, जो असम की महिलाओं द्वारा पहनी जाने वाली पारंपरिक पोशाक है। यह पोशाक न केवल असम की सांस्कृतिक धरोहर का प्रतीक है, बल्कि इसे पहनने वाली महिलाओं की गरिमा और सौंदर्य को भी बढ़ाती है।
मेखला चादर की संरचना और विशेषताएँ
मेखला चादर दो हिस्सों में बंटी होती है:
1. मेखला: मेखला, इस पोशाक का निचला हिस्सा होता है। इसे कमर से नीचे की ओर लपेटा जाता है और यह एक चौड़ा, बेलनाकार कपड़ा होता है। मेखला की विशेषता यह है कि इसे पहनने के लिए किसी प्रकार की डोरी या नाड़े का उपयोग नहीं किया जाता है। यह कपड़ा इस तरह से डिजाइन किया गया होता है कि यह अपने आप कमर पर ठीक से टिक जाता है, जिससे यह पहनने में बेहद आरामदायक होता है।
2. चादर: चादर, पोशाक का ऊपरी हिस्सा होता है। इसे मेखला के ऊपर से लपेटा जाता है। चादर का एक सिरा मेखला के ऊपरी हिस्से में अंदर टक किया जाता है और बाकी कपड़ा कंधों और पीठ के चारों ओर लपेटा जाता है। चादर न केवल शरीर को ढकती है, बल्कि इसे पहनने वाली महिला को एक विशिष्ट गरिमा और शालीनता प्रदान करती है।
मेखला चादर की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्ता
मेखला चादर का इतिहास सदियों पुराना है। इसे असम की संस्कृति और परंपराओं का एक अभिन्न हिस्सा माना जाता है। असम की महिलाएं इसे विभिन्न सामाजिक और धार्मिक अवसरों पर पहनती हैं, जैसे कि बिहू, शादी, और अन्य पारंपरिक उत्सव।
मेखला चादर न केवल एक पोशाक है, बल्कि यह असम की महिलाओं की पहचान और उनके आत्म-सम्मान का प्रतीक भी है। यह पोशाक असम की सांस्कृतिक धरोहर को जीवित रखने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
मेखला चादर के प्रकार और निर्माण
मेखला चादर विभिन्न प्रकार के कपड़ों से बनाई जाती है, जिनमें प्रमुख रूप से कपास, मूगा, पट सिल्क, और एरी सिल्क शामिल हैं। असम का मूगा सिल्क अपने सुनहरे रंग और चमक के लिए विश्व प्रसिद्ध है और इसे असम की सांस्कृतिक धरोहर का महत्वपूर्ण हिस्सा माना जाता है।
कपास: कपास से बनी मेखला चादर गर्मियों के मौसम में पहनने के लिए आदर्श होती है। यह हल्की और आरामदायक होती है।
मूगा सिल्क: मूगा सिल्क से बनी मेखला चादर को पारंपरिक अवसरों पर पहना जाता है। मूगा सिल्क की चमक और उसकी टिकाऊ बनावट इसे विशेष बनाती है।
पट सिल्क और एरी सिल्क: पट सिल्क और एरी सिल्क से बनी मेखला चादरें भी विशेष अवसरों पर पहनी जाती हैं। इनकी बनावट और शिल्पकारी इन्हें विशिष्ट बनाती है।
रिहा: मेखला चादर का एक महत्वपूर्ण हिस्सा
मेखला चादर के साथ रिहा का भी विशेष महत्त्व है। पुराने समय में, रिहा का उपयोग चादर के रूप में किया जाता था। आज भी, रिहा को असम की दुल्हन के पारंपरिक गहनों में शामिल किया जाता है। रिहा न केवल पारंपरिक पोशाक का हिस्सा है, बल्कि इसे बिहू और अन्य महत्वपूर्ण अवसरों पर भी पहना जाता है।
आधुनिक युग में मेखला चादर
आज के आधुनिक युग में भी मेखला चादर ने अपनी प्रासंगिकता और लोकप्रियता को बनाए रखा है। असम के फैशन डिज़ाइनर पारंपरिक मेखला चादर को नए और आधुनिक डिज़ाइनों के साथ प्रस्तुत कर रहे हैं, जिससे यह पोशाक न केवल असम में बल्कि देश और विदेश में भी लोकप्रिय हो रही है।
मेखला चादर न केवल एक पारंपरिक पोशाक है, बल्कि यह असम की सांस्कृतिक धरोहर का प्रतीक भी है। इसे पहनने वाली महिलाएं गर्व के साथ अपनी सांस्कृतिक पहचान का प्रदर्शन करती हैं। इस पोशाक की सुंदरता और गरिमा ने इसे असम के साथ-साथ पूरे भारत में एक विशिष्ट स्थान दिलाया है।
असम की पारंपरिक पोशाक मेखला चादर आज भी असम की सांस्कृतिक धरोहर को जीवित रखने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। इस पोशाक में न केवल असम की परंपराओं की झलक देखने को मिलती है, बल्कि यह पोशाक पहनने वाली महिलाओं को एक विशिष्ट पहचान और गर्व का अनुभव भी कराती है।
Some multiple-choice questions (MCQs) on the traditional dress Mekhela Chadar of Assam
1: मेखला चादर किस राज्य की पारंपरिक पोशाक है?
- पश्चिम बंगाल
- ओडिशा
- असम
- त्रिपुरा
2: मेखला चादर कितने हिस्सों में बंटी होती है?
- एक
- दो
- तीन
- चार
3: मेखला चादर का निचला हिस्सा क्या कहलाता है?
- चादर
- साड़ी
- रिहा
- मेखला
4: मेखला चादर किस प्रकार के कपड़े से बनाई जाती है?
- रेशम
- सूती
- मूगा सिल्क
- उपरोक्त सभी
5: चादर पोशाक के किस हिस्से को ढकने के लिए उपयोग किया जाता है?
- सिर
- कमर
- कंधे और पीठ
- पैर
6: पुराने समय में मेखला चादर के चादर के रूप में कौन सा कपड़ा उपयोग किया जाता था?
- गमोसा
- रिहा
- मूगा सिल्क
- पट सिल्क
7: असम की महिलाओं द्वारा बिहू और पारंपरिक आयोजनों में कौन सी पारंपरिक पोशाक पहनी जाती है?
- साड़ी
- धोती
- मेखला चादर
- रिनाई और खाकलू
8: मेखला चादर का ऊपरी हिस्सा किस नाम से जाना जाता है?
- गमोसा
- मेखला
- चादर
- रिहा
9: असम में पुरुषों द्वारा पहने जाने वाले पारंपरिक वस्त्र का क्या नाम है?
- धोती
- गमोसा
- कुर्ता
- खाकलू
10: मेखला चादर को कौन सा त्योहार और आयोजन विशेष रूप से लोकप्रिय बनाते हैं?
- दुर्गा पूजा
- दिवाली
- बिहू
- गणेश चतुर्थी
Some Pictures of Mekhela Chadar
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