संस्कृत भाषा में युष्मद् (तुम) शब्द एक सर्वनाम है, जो कि मध्यम पुरुष के अंतर्गत आता है। सर्वनाम शब्दों में सामान्यतः संबोधन नहीं होता है, और ये शब्द संज्ञा के स्थान पर प्रयोग होते हैं। युष्मद् का अर्थ “तुम” या “you” होता है, और यह संस्कृत में बहुत ही प्रचलित और महत्वपूर्ण शब्द रूप है। इस लेख में, हम युष्मद् शब्द रूप के विभक्ति रूपों के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे, जो प्रतियोगी परीक्षाओं में अक्सर पूछे जाते हैं।
युष्मद् शब्द रूप की विभक्तियाँ:
विभक्ति | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
---|---|---|---|
प्रथमा | त्वम् | युवाम् | यूयम् |
द्वितीया | त्वाम् | युवाम् | युष्मान् |
तृतीया | त्वया | युवाभ्याम् | युष्माभिः |
चतुर्थी | तुभ्यम् | युवाभ्याम् | युष्मभ्यम् |
पंचमी | त्वत् | युवाभ्याम् | युष्मत् |
षष्ठी | तव | युवयोः | युष्माकम् |
सप्तमी | त्वयि | युवयोः | युष्मासु |
युष्मद् शब्द रूप का हिन्दी अर्थ:
विभक्ति | कारक (अर्थ चिन्ह) | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
---|---|---|---|---|
प्रथमा | ने | त्वम् (तुम, तुमने) | युवाम् (तुमदोनों ने) | यूयम् (तुमलोगों ने) |
द्वितीया | को | त्वाम् (तुमको) | युवाम् (तुमदोनों को) | युष्मान् (तुमलोगों को) |
तृतीया | से, द्वारा | त्वया (तुमसे, द्वारा) | युवाभ्याम् (तुमदोनों से) | युष्माभिः (तुमलोगों से) |
चतुर्थी | के लिए | तुभ्यम् (तुम्हारे लिए) | युवाभ्याम् (तुमदोनों के लिए) | युष्मभ्यम् (तुमलोगों के लिए) |
पंचमी | से (पृथक अर्थ में) | त्वत् (तुमसे) | युवाभ्याम् (तुमदोनों से) | युष्मत् (तुमलोगों से) |
षष्ठी | का, के, की | तव (तुम्हारा) | युवयोः (तुमदोनों का) | युष्माकम् (तुमलोगों का) |
सप्तमी | में, पर | त्वयि (तुममें, तुमपर) | युवयोः (तुमदोनों में) | युष्मासु (तुमलोगों में) |
युष्मद् शब्द रूप को समझने के कुछ सरल टिप्स:
- विभक्तियों का क्रम: विभक्तियों को सही क्रम में याद रखें, जैसे प्रथमा (कर्ता), द्वितीया (कर्म), तृतीया (करण), चतुर्थी (संप्रदान), पंचमी (अपादान), षष्ठी (संबंध), और सप्तमी (अधिकरण)।
- अर्थ के आधार पर अभ्यास: युष्मद् शब्द के विभिन्न विभक्ति रूपों को उनके अर्थ के साथ जोड़कर अभ्यास करें, ताकि आप समझ सकें कि किस संदर्भ में कौन सा रूप प्रयोग करना है।
- प्रत्येक विभक्ति के लिए एक वाक्य बनाएं: प्रत्येक विभक्ति के रूप को एक वाक्य में प्रयोग करें। जैसे “त्वम् गच्छसि” (तुम जाते हो) या “त्वाम् वन्दे” (मैं तुम्हें प्रणाम करता हूँ)।
- याद रखने के लिए तालिका बनाएं: ऊपर दी गई तालिकाओं को एक कागज पर लिखें और नियमित रूप से इनका अभ्यास करें।
Some Important MCQ on yusmad shabd roop
प्रश्न 1: “तुम्हारा” के लिए युष्मद् शब्द का कौन सा रूप प्रयोग होता है?
- तुभ्यम्
- तव
- त्वयि
- त्वाम्
प्रश्न 2: युष्मद् शब्द का द्विवचन में प्रथमा विभक्ति रूप क्या होता है?
- युवाम्
- युवाभ्याम्
- युवयोः
- युष्मान्
प्रश्न 3: “तुमसे” के लिए युष्मद् शब्द का कौन सा रूप प्रयोग होता है?
- त्वयि
- त्वम्
- त्वया
- तव
प्रश्न 4: “तुम दोनों के लिए” के लिए युष्मद् शब्द का कौन सा रूप प्रयोग होता है?
- युष्माभिः
- युवाभ्याम्
- युवयोः
- युष्मभ्यम्
प्रश्न 5: युष्मद् शब्द का बहुवचन में सप्तमी विभक्ति रूप क्या होता है?
- युष्मासु
- युष्माकम्
- युष्माभिः
- युष्मभ्यम्
प्रश्न 6: “तुम लोगों का” के लिए युष्मद् शब्द का कौन सा रूप सही है?
- युष्मभ्यम्
- युष्मासु
- युष्माकम्
- युष्मान्
प्रश्न 7: युष्मद् शब्द का एकवचन में पंचमी विभक्ति रूप क्या है?
- त्वयि
- तव
- त्वया
- त्वत्
प्रश्न 8: “तुम दोनों से” के लिए युष्मद् शब्द का कौन सा रूप प्रयोग होता है?
- युवाम्
- युवयोः
- युवाभ्याम्
- युष्मान्
प्रश्न 9: युष्मद् शब्द का बहुवचन में द्वितीया विभक्ति रूप क्या है?
- युष्मान्
- युष्माकम्
- युष्माभिः
- युष्मभ्यम्
प्रश्न 10: “तुम पर” के लिए युष्मद् शब्द का कौन सा रूप सही है?
- त्वम्
- त्वयि
- तव
- त्वया
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