भारत में न्यायपालिका की संरचना में मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट्स अदालतें अपराध न्यायालयों के दूसरे सबसे निचले स्तर पर स्थित हैं। ये अदालतें भारतीय दंड प्रक्रिया संहिता, 1973 (CrPc) की धारा 16 के तहत स्थापित की जाती हैं। इस धारा के अनुसार, प्रत्येक मेट्रोपॉलिटन क्षेत्र में उतनी मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट्स अदालतें स्थापित की जाएंगी, जितनी राज्य सरकार, उच्च न्यायालय से परामर्श के बाद, एक अधिसूचना द्वारा निर्दिष्ट करेगी। मेट्रोपॉलिटन अदालतें उन स्थानों पर स्थापित की जाएंगी जहां 10 लाख या उससे अधिक की जनसंख्या हो। इन अदालतों का क्षेत्राधिकार पूरे मेट्रोपॉलिटन क्षेत्र में होता है।
मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट के पद पर नियुक्ति उच्च न्यायालय द्वारा की जाती है। ये मजिस्ट्रेट्स एक वर्ग के मजिस्ट्रेट होते हैं, जिनकी सामान्य देखरेख जिला और सत्र न्यायाधीश द्वारा की जाती है और वे मुख्य मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट के अधीन होते हैं।
मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट का कार्य और अधिकार
- मामलों की सुनवाई: मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट मुख्य रूप से छोटे अपराधों से संबंधित मामलों की सुनवाई करते हैं, जिनमें अधिकतम तीन वर्ष तक की सजा हो सकती है। इन अदालतों में मामूली अपराधों, जैसे चोरी, सार्वजनिक शांति भंग, आदि से संबंधित मामलों की सुनवाई की जाती है।
- सजा का निर्धारण: मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट के पास सजा देने का अधिकार होता है। वे तीन वर्ष तक की सजा और 10,000 रुपये तक का जुर्माना लगा सकते हैं, जैसा कि भारतीय दंड प्रक्रिया संहिता (CrPC) की धारा 29 के तहत निर्दिष्ट है।
- अधिकार: मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट अदालतें गिरफ्तारी वारंट जारी करने, जमानत देने, और अपराधियों को सजा देने का अधिकार रखती हैं। वे छोटी आपराधिक अदालतों के रूप में कार्य करती हैं और अपने क्षेत्राधिकार के तहत सभी मामलों का समाधान करती हैं।
- न्यायिक नियंत्रण: मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेटों का काम जिला और सत्र न्यायाधीश के सामान्य नियंत्रण में होता है, और वे मुख्य मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट के अधीन कार्य करते हैं।
मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट का पद
मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट की नियुक्ति उच्च न्यायालय द्वारा की जाती है। इस पद के लिए उम्मीदवार को न्यायिक सेवा परीक्षा में उत्तीर्ण होना आवश्यक होता है। मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट अदालतें केवल उन स्थानों पर स्थापित की जाती हैं जहां बड़ी जनसंख्या होती है, ताकि मेट्रोपॉलिटन क्षेत्रों में अपराधों के मामलों की प्रभावी सुनवाई की जा सके।
Metropolitan Magistrates MCQs Questions
1. मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट अदालतों की स्थापना किस धारा के तहत की जाती है?
2. मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट की अदालतें कहां स्थापित की जाती हैं?
3. मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट का कार्य किसके तहत आता है?
4. मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट द्वारा कितनी सजा दी जा सकती है?
5. मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट को कितने रुपये तक का जुर्माना लगाने का अधिकार है?
6. मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट का नियंत्रण किसके पास होता है?
7. मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट किसके अधीन होते हैं?
8. मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट का कार्यक्षेत्र किसके तहत होता है?
9. मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट की नियुक्ति किसके द्वारा की जाती है?
10. मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट किस प्रकार के मामलों की सुनवाई करते हैं?
11. मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट के पास किस अधिकार का होता है?
12. मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट की अदालत कहां स्थित होती है?
13. मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट किसे सजा दे सकते हैं?
14. मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट की अदालत किस प्रकार के मामलों का निपटारा करती है?
15. मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट के द्वारा सजा की अवधि कितनी हो सकती है?
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