Race-based funding for Minority-Serving Institutions unconstitutional: Linda McMahon supports official legal finding

माइनॉरिटी सर्विंग इंस्टीट्यूशन्स के लिए जाति-आधारित अनुदान असंवैधानिक: लिंडा मैकमॉहन का समर्थन

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परिचय

लिंडा मैकमॉहन, अमेरिकी शिक्षा विभाग की सचिव, ने ऑफिस ऑफ लीगल कॉन्सल (OLC) की कानूनी राय का समर्थन किया है, जिसमें कहा गया है कि माइनॉरिटी सर्विंग इंस्टीट्यूशन्स (MSI) के लिए जाति-आधारित मानदंड असंवैधानिक हैं। यह निर्णय हिस्पैनिक सर्विंग इंस्टीट्यूशन्स (HSI) और अन्य MSI अनुदानों को चुनौती देने वाले मुकदमे के बाद आया है।

कानूनी पृष्ठभूमि

OLC ने अपनी राय में बताया कि अमेरिकी संविधान के 14वें संशोधन के तहत जाति पर आधारित विभेद असंवैधानिक है। इस राय के अनुसार, शिक्षा विभाग को टैक्सपेयर्स के फंड को मेरिट-आधारित रखना चाहिए।

अनुदानों पर प्रभाव

मंत्रालय ने यह घोषणा की है कि वह अपनी डिस्क्रेशनरी फंडिंग को पुनःप्रोग्राम करेगा, जबकि पहले से आवंटित अनिवार्य फंडिंग को बरकरार रखेगा। इससे MSI प्रोग्राम्स पर क्या असर पड़ेगा, यह पूरी तरह से जाँच की जाएगी।

आगे की योजना

सभी प्रभावित MSI कार्यक्रमों पर संपूर्ण प्रभाव का मूल्यांकन किया जाएगा और फिर एक नई नीति बनाई जाएगी, जिसमें टैक्सपेयर्स का पैसा केवल मेरिट पर आधारित अनुदानों में ही जाएगा।

क्विक तालिका: MSI अनुदान का अवलोकन

इंस्टीट्यूशन का प्रकार फंडिंग का स्रोत वर्तमान स्थिति
हिस्पैनिक सर्विंग इंस्टीट्यूशन्स (HSI) फेडरल अनुदान कानूनी चुनौति
ब्लैक सर्विंग इंस्टीट्यूशन्स (BSI) फेडरल अनुदान कानूनी चुनौति
अमेरिकन इंडियन सर्विंग इंस्टीट्यूशन्स (ASI) फेडरल अनुदान कानूनी चुनौति
हिस्पैनिक & ब्लैक सर्विंग इंस्टीट्यूशन्स (HS/BSI) फेडरल अनुदान कानूनी चुनौति
माइनॉरिटी सर्विंग इंस्टीट्यूशन्स (MSI) फेडरल अनुदान कानूनी चुनौति

10 प्रश्नोत्तर (FAQ)

1. क्या MSI अनुदान पूरी तरह से रद्द हो जाएंगे?

नहीं, अनिवार्य फंडिंग अभी भी जारी रहेगी, परंतु भविष्य में केवल मेरिट-आधारित अनुदान ही जारी रखे जाएंगे।

2. यह निर्णय किसे प्रभावित करेगा?

सभी माइनॉरिटी सर्विंग इंस्टीट्यूशन्स, विशेषकर HSI, BSI, ASI और MSI, प्रभावित होंगे।

3. क्या इस निर्णय से शिक्षा विभाग का बजट बदल जाएगा?

बजट का पुनःवितरण हो सकता है, परंतु कुल फंडिंग में कोई बड़ी कटौती नहीं होगी।

4. क्या टैक्सपेयर्स को इससे लाभ होगा?

हाँ, टैक्सपेयर्स का पैसा केवल मेरिट-आधारित कार्यक्रमों में ही जाएगा, जिससे अनावश्यक खर्च कम होगा।

5. क्या यह निर्णय सुप्रीम कोर्ट द्वारा पुष्टि की जाएगी?

वर्तमान में यह निर्णय OLC की राय है; सुप्रीम कोर्ट की पुष्टि अभी बाकी है।

6. MSI प्रोग्राम्स को नई नीतियों के लिए कितने समय में अनुकूलन करना होगा?

सभी कार्यक्रमों को अगले वर्ष के भीतर नई नीति के अनुरूप बनना होगा।

7. क्या मौजूदा अनुदान प्राप्तकर्ता अपनी फंडिंग खो देंगे?

किसी भी अनुदान प्राप्तकर्ता को तुरंत फंडिंग नहीं खोनी पड़ेगी; केवल भविष्य के अनुदान प्रभावित होंगे।

8. क्या इस निर्णय का असर छात्रवृत्ति पर पड़ेगा?

कुछ छात्रवृत्ति कार्यक्रम प्रभावित हो सकते हैं, परंतु वर्तमान छात्रवृत्ति जारी रहेगी।

9. क्या सरकार ने किसी वैकल्पिक कार्यक्रम की घोषणा की है?

वर्तमान में सरकार ने मेरिट-आधारित कार्यक्रमों की घोषणा की है; आगे के विवरण जाँच के बाद बताए जाएंगे।

10. इस निर्णय के बाद शिक्षा विभाग कौनसी नई रिपोर्ट जारी करेगा?

सभी प्रभावित MSI कार्यक्रमों के प्रभाव का विस्तृत रिपोर्ट अगले महीने में जारी की जाएगी।

निष्कर्ष

लिंडा मैकमॉहन के इस समर्थन से यह स्पष्ट हो गया है कि टैक्सपेयर्स के फंड को मेरिट पर आधारित होना चाहिए। शिक्षा विभाग अब नई नीतियों के तहत फंडिंग का पुनःवितरण करेगा और MSI प्रोग्राम्स पर प्रभाव का मूल्यांकन करेगा। इस निर्णय के प्रभावों को समझने के लिए शिक्षा विभाग और OLC की आगे की घोषणाओं पर नजर रखनी आवश्यक है।

अधिक जानकारी के लिए आप निम्न लिंक पर जा सकते हैं: टाइम्स ऑफ इंडिया लेख और Department of Education Official Site