पंजाब विश्वविद्यालय वीसी ने यूटी से पेंडिंग CAS प्रोमोशन्स प्रोसेस करने को कहा
पंजाब विश्वविद्यालय की वाइस चांसलर ने यूटी से पेंडिंग CAS प्रोमोशन्स प्रोसेस करने का अनुरोध
वाइस चांसलर रेनु विज़ ने चंडीगढ़ के सहायक कॉलेजों के शिक्षकों के लिये UGC रेगुलेशन्स 2018 के अंतर्गत आने वाले करियर एडवांसमेंट स्कीम (CAS) प्रोमोशन्स की पेंडिंग सूची को तत्काल क्लियर करने का आग्रह यूटी प्रशासन को लिखा है। यह पत्र इस बात के लिए लिखा गया है कि CAS प्रोमोशन्स को 18 जुलाई 2018 से लागू होने वाले नियमों के अनुसार ही निपटाया जाए।
पंजाब विश्वविद्यालय वीसी ने यूटी से पेंडिंग CAS प्रोमोशन्स प्रोसेस करने को कहा
पृष्ठभूमि
चंडीगढ़ में सहायक कॉलेजों के शिक्षकों के लिए UGC रेगुलेशन्स को लागू करने के चल रहे विवाद के बीच यह कदम उठाया गया। विश्वविद्यालय के शैक्षणिक अधिकारियों के अनुसार, कई प्रोमोशन्स लंबित हैं और इससे शिक्षकों के मनोबल पर असर पड़ रहा है।
CAS स्कीम क्या है?
करियर एडवांसमेंट स्कीम (CAS) एक ऐसी योजना है जिसे UGC ने 2018 में जारी किया, ताकि सहायक कॉलेजों के शिक्षकों को उनकी योग्यताओं और अनुभव के आधार पर प्रोमोशन मिल सके। CAS के अंतर्गत प्रोमोशन्स के लिए स्पष्ट मानदंड तय किये गये हैं।
UGC रेगुलेशन्स 2018
UGC रेगुलेशन्स 2018 में शिक्षकों के प्रोमोशन, वेतन और कार्यकाल से संबंधित नियम निर्धारित किये गये हैं। इन नियमों के अनुसार सभी सहायक कॉलेजों के शिक्षकों को समान अधिकार और अवसर मिलने चाहिए।
पंजाब विश्वविद्यालय का दृष्टिकोण
वाइस चांसलर रेनु विज़ ने विश्वविद्यालय की ओर से यह स्पष्ट किया कि CAS प्रोमोशन्स को नियमों के अनुसार ही लागू किया जाना चाहिए। उन्होंने यूटी को निर्देश दिया कि पेंडिंग प्रोमोशन्स की सूची को तुरंत क्लियर किया जाए। यह कदम शिक्षकों के अधिकारों को सुरक्षित रखने के लिये आवश्यक माना गया।
यूटी प्रशासन की भूमिका
यूटी प्रशासन को यह निर्देश दिया गया है कि वे CAS प्रोमोशन्स को 18 जुलाई 2018 से लागू हुए नियमों के अनुसार प्रोसेस करें। इससे यह सुनिश्चित होगा कि सभी शिक्षकों को उनके योग्य प्रोमोशन समय पर मिलें।
उम्मीदित परिणाम
इस पत्र के बाद अपेक्षित है कि पेंडिंग CAS प्रोमोशन्स को जल्द ही निपटाया जाएगा। इससे शिक्षकों के मनोबल में सुधार होगा और शैक्षणिक माहौल बेहतर बनेगा।
स्रोत एवं लिंक
अधिक जानकारी के लिए आप नीचे दिए गये आधिकारिक वेबसाइटों पर जा सकते हैं:
FAQ
- 1. CAS स्कीम कब शुरू हुई? CAS स्कीम 18 जुलाई 2018 से लागू हुई।
- 2. UGC रेगुलेशन्स 2018 में क्या बदलाव आये? इन नियमों ने प्रोमोशन, वेतन और कार्यकाल के मानदंड स्पष्ट किये।
- 3. पेंडिंग प्रोमोशन्स का कारण क्या है? नियमों के पालन में देरी और प्रशासनिक प्रक्रियाओं में विलंब।
- 4. क्या सभी सहायक कॉलेजों के शिक्षकों को समान अधिकार मिलते हैं? हाँ, UGC रेगुलेशन्स के अनुसार सभी को समान अधिकार देने का नियम है।
- 5. यह पत्र कब लिखा गया? वाइस चांसलर द्वारा हाल ही में लिखा गया।
- 6. यूटी का पूरा नाम क्या है? यूनियन टेरिटरी, यानी यूनियन क्षेत्रीय प्रशासन।
- 7. CAS प्रोमोशन्स में कौन-कौन से मानदंड हैं? अनुभव, योग्यता, शोध कार्य आदि मानदंड।
- 8. पेंडिंग प्रोमोशन्स का क्या असर हुआ है? शिक्षकों के मनोबल पर नकारात्मक असर।
- 9. इस कदम का उद्देश्य क्या है? शिक्षकों के अधिकारों की रक्षा और प्रोमोशन्स को समय पर निपटाना।
- 10. आगे क्या होगा? यूटी द्वारा पेंडिंग CAS प्रोमोशन्स का शीघ्र निपटारा।
निष्कर्ष
इस पत्र से यह स्पष्ट होता है कि पंजाब विश्वविद्यालय और UGC दोनों ही सहायक कॉलेजों के शिक्षकों के अधिकारों को लेकर गंभीर हैं। पेंडिंग CAS प्रोमोशन्स को समय पर निपटाने से शैक्षणिक माहौल बेहतर होगा और शिक्षकों को उनकी योग्यतापूर्ण प्रोमोशन मिलने में सहूलियत होगी। यह कदम सभी शिक्षकों के लिये एक सकारात्मक संकेत है।